शनिवार, 22 सितंबर 2012



आज के रॉकस्टार

वे जिन्हें हर पल को अपने तरीके से जीने का खास अंदाज देना पसंद है, बाजार में नित नई टेक्रॉलॉजी के साथ तामलेम बिठाए रखना उन्हें खूब भाता है। खुद को अपडेट रखने की वे कोई भी कोशिश बाकी नहीं रखते।  वे है आज के रॉकस्टार जिन्हें युवा कहकर देश की शान यूं ही नही माना जाता। उनके लिए बचपन में पढ़ाई जाने वाली पूरी अल्फाबेट के मायने बदल गए है। अब वो ऐसी अल्फाबेट पर अमल करना चाहते हैं जिसे बनाया भी खुद उन्होंने अपने लिए है। ये अल्फाबेट जनरेशन एक्स के नए फंडे कुछ इस तरह बयां करती है....

ए ---एप्पल--- यूथ के लिए अब ए फॉर एप्पल नहीं बल्कि ए फॉर आईपॉड है। ये वो एपल है जिसने गैजेट की दुनिया में धूम मचा दी है। आइपॉड से लेकर आइपैड तक स्टीव जॉब्स ने
जिस तकनीकी को यूथ से मिलवाया है, उसका वे भरपूर एंज्वॉय करते हैं।

बी-ब्लक्कबेरी--गैजेट की दुनिया में भारी एक्सेसरीज से दूर उनके लिए बना है ब्लैकबेरी। ये स्लीक स्मार्टफोन जनरेशन एक्स की लाजवाब पसंद की पहचान है। कॉलेज जाने वाले यहां तक की स्कूल गोइंग किड्स भी इसमें ई मेल आई का उपयोग करने से पहले ब्लैक बेरी मेसेंजर पिन को ऑपरेट बखूबी जानते हैं।
सी---कूल---कूल रहने के लिए यूथ को चाहिए एक जोड़ी ब्रांडेड शुज। ऐसे शुज जो सुविधाजनक होने के साथ ही उन्हें ब्रांडेड भी साबित करें। कलर कोई भी हो चलेगा जैसे यलो, ग्रीन, प्रिंटेड, चैक्स वाला या उल्टी सीधी कैसी भी डिजाइनदार।
डी-ड्रेन पाइप पेंट्स-बैगी जींस का यूथ से कोई लेना देना नहीं है। ये वक्त है फिटेड जींस का, फिगर अगर वो स्किन टाइट हो तो क्या कहने।
डी से बना डार्क नाइट बेटमेन का नया अवतार है। जनरेशन एक्स को इसके पात्रों से अपनों जैसा प्यार है।
इ-एनर्जी ड्रिंक-वे खूब पढ़ते हैं, खूब खेलते हैं और पार्टी वो भी खूब करते हैं। पार्टी प्लेयर्स इन यूथ को एनर्जी ड्रिंक भी ऐसे चाहिए जिससे उनके स्टेटस का पता चल सकें। लड़कियों पर रौब जमाने के लिए इन ड्रिंक की सिप बार-बार लेने से वे इंकार नहीं करते। ई से ही ई बुक भी हो सकता है। जब यूथ के बीच हर चीज वर्चुअल हो रही है तो फिर बार बार किताबों के पन्ने पलटने में वे दिलचस्पी नहीं रखते। 
एफ--फेसबुक --ई मेल सिर्फ काम के लिए है। जब बात दोस्तों के  बीच हो तो वे इस्तेमाल करते हैं फेसबुक का। फेसबुक पर चेटिंग के लिए वे रात भर जगते है और तो और कॉलेज से बंक मारकर भी अपने इस शौक को पूरा करते हैं।
जी--गूगल--आपके हर सवाल का जवाब गूगल के पास है। फिर बात चाहे किसी साधारण से सवालों के जवाब का हो या मुश्किल से मुश्किल जवाबों को ढूंढने का।
एच-हुक्काह
एक ऐसी जगह जहां आपको एरोमेटिक तंबाकू बाउल में रखा हुआ नहीं बल्कि पाइप में भरा हुआ मिलेगा। इस मौके पर जहां चार यार मिले नहीं कि पहुंच गए शहर के हुक्का लाउंज में। एच से बना हैरी पोटेर। यूथ अपने इस आइकन के बारे में हर बात जानना चाहते हैं। वो जो हैरी पोटर बनकर दर्शकों के सामने आया और सात किताबों से लेकर आठ फिल्मों में छाया गया।
आई--इंटर्नशिप --उन्हें सिर्फ अपनी पढ़ाई पूरी करने की ही जल्दी नहीं है बल्कि वे इंटर्नशिप के बारे में भी पूरी जानकारी रखते हैं। वे इस विषय मे भी अपडेट रहना चाहते हैं कि डिग्री लेने के बाद इंटर्नशिप कहां से और कैसे करेंगे। जानकारियों का खजाना उनके दिमाग के बक्से में बंद रहता है।
जे-जस्ट डायल--किसी रेस्टारेंट, सर्विस सेंटर या एजुकेशन सेंटर के बारे में जानने के लिए उन्हें भारी-भरकम डायरेक्टरी देखने की जरूरत नहीं पड़ती। वे बस इंटरनेट पर क्लिक करते हैं और नंबर फौरन पता चला जाता है। उन्हें ऐसे ही स्मार्ट नहीं कहा जाता।
के--कपूर और खान --बॉलीवुड के खान(शाहरुख, सलमान और आमिर) का जलवा यूथ के सिर चढ़ कर बोलता है लेकिन इनके साथ ही कपूर जैसे रणवीर, शाहिद, सोनम और करीना के भी ये दीवाने हैं। और तो और रणबीर क ी बारात में जाने की अरमान ये कब से अपने दिल में दबाए बैठे हैं।
-एल--लैपटॉप--डेस्कटॉप का जमाना अब इनके लिए पुराना हो गया। अब वक्त है लैपटॉप का। पोर्टेबिलिटी इस जनरेशन की जरूरत है जिसे पूरा करना ये बखूबी जानते हैं।
एम-मॉल और मल्टीप्लेक्स-एक ही जगह अगर एक्सेसरीज, ब्रांडेड कपड़े, सेलून,टॉकिज और तो और कॉफी हाउस से लेकर लजीज खाने का मजा मिले तो कही और जाने की क्या जरूरत है। यूथ की इन सारी जरूरतों को पूरा करने के लिए ही शहर में नए नए मॉल और मल्टीप्लेक्स खुलते जा रह हे।
एन-नाइट आउल-जल्दी सोना और जल्दी उठना...ये शब्द उनके लिए बने ही नहीं है। वे रात को देर तक जगने और सुबह देर तक सोने में यकीन रखते हैं। फिर अगर उन्हें पढाई से छुट्टी मिल जाए तो रात भर पाटी और दोस्तों के साथ मस्ती के सिवा और चाहिए भी क्या।
ओ-ऑन द गो-उनके आध से जयादा काम रास्ते में ही पूरे हो जो है। आते जाते स्मार्टफोन की मदद स वे मेल चेक करना, नई योजनाएं बनाना या गर्लफ्रेंड के साथ वक्त लंबी बातचीत जैसे काम ऑन द गो ही पूरे करते हैं।
पी-पब्लिक डिस्प्ले-उन्हें अपने हर काम को शानदार तरीके से बताना अच्छा लगता है। उन्होंने अपने पड़ोसियों के साथ होली कैसे मनाई या अपने प्यारे डॉगी को वे कहां घुमाना पसंद करते, इस तरह की सारी बातें
फेसबुक पर फोटो के साथ शेयर करे वे अपनी शान बताने में कोई हर्ज नहीं समझते।
क्यू-क्वीन लाइक-यंग गल्र्स के लिए हर दिन क्रिव की तरह बना है। वे कॉलेज जाना भी इसी अंदाज में पसंद करती है। जब पार्टी या अपने किसी दोस्त के साथ डेटिंग पर जाना हो तो उनका शाही अंदाज देखते ही बनता है।
आर-रियलिटी टीवी-देशी और विदेशी सारे रियलिटी टीवी शोज उन्हें खूब भाते हैं। इन शो में अपनी किस्मत आजमाना या अपने मनपसंद यूथ को इन शोज के माध्यम से देखना सब यूथ की पहली पसंद है।
एस-स्माइल-अपने चेहरे पर मुस्कान बनाए रखना वे हरदम पसंद नहीं करते। अगर किसी बात को लेकर वे नाराज है तो उनकी नाराजगी फौरन चेहरे पर जाहिर हो जाती है। अगर वे खुश हे तो हंसता मुस्कुराता चेहरा चमकने भी जल्दी ही लग जाता है।
टी-टी 20
क्रिकेट के इस मैच को देखना उन्हें खूब भाता है। क्रिकेट के सितारे उनके दिल मे बसते हैं। इन्हें आइकन मानने वाले यूथ अपनी हर स्टाइल में धोनी या सचिन के साथ विराट और सहवाग की नकल करते देखे जाते हैं।
यू-यूबेर-इस शब्द ने सुपर को यूथ की डिक्षनरी से अलग हटा दिया है। अब उन्हें सुपर हॉट  कहलाना पसंद नहीं बल्कि वे उबेर कूल या उबेर हॉट जेसे शब्दों का प्रयोग करने लगे हैँ।
वी-वीलेन-ऐसे युवाओं की भी कमी नहीं जो सिर्फ बॉलीवुड के हीरो की ही नहीं बल्कि विलेन की नकल भी खूब करते हैं। इस चाहत में उन्हीं की तरह बाल कटवाना या कानों में बाली पहनना, उन्हें सब मंजूर है।
डब्ल्यू-वीकिपीडिया-ज्ञान का खजाना उनके पास वीकिपीडिया की मदद से ही पहुचा है। किसी भी मुददे पर दोसतों के बीच छाए  रहने के लिए वे वीकिपीडिया की मदद से अपनी जानकारियों को हमेशा अपडेट रखते हैँ।
एक्स-एक्स बॉक्स-जनरेशन एक्स के लिए बना है एक्स बॉक्स  जिसकी मदद से वे सारे आउटडोर गेमस का मजा घर बैठे कंप्यूटर पर ही ले लेते हैं।
वाय-यू टयूब-आस्कर अवार्ड अगर आप देखना भुल गए हो तो टू टयूब पर जाइए और देखिए किसकी किस्मत का सितारा रहा  बुलंदी पर। इतना ही नहीं दुनिया में हो रही घटनाओं की सारी जानकारी यूथ को इसकी माध्यम से मिलती रहती है।
जेड-जिंगर-केएफसी का जिंगर बर्गर जितना यूथ को अच्छा लगता है उतना शायद ही किसी को भाता है। जंक फूड के बारे में कोई चाहे कितना ही बुरा भला कहे लेकिन इसकी दीवानगी यूथ पर हमेशा हावी रही है।

















































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