तस्वीरों में समाया मौसम मस्ताना
कैमरा हाथ में रखना और इससे तस्वीरें खींचने का शौक तो सभी रखते हैं लेकिन हर मौसम को अपनी नजरों से देखना और प्रकृति के हर रंग की तस्वीरें कैमरे में कैद करने का हुनर सिर्फ फोटोग्राफर्स ही जानते हैं। बात अगर बारिश की हो तो इन फोटोग्राफर्स का कैमरे के प्रति जुनून देखते ही बनता है। हरी भरी वादियों और बारिश का मजा लेते नटखट बच्चों की तस्वीरें इनके कैमरे में तरह-तरह के एंगल से नजर आती हैं। शहर के फोटोग्राफर्स प्रकृति का मिजाज समझते हुए इसका भरपूर फायदा इन दिनों ले रहे हैं। सुहाने मौसम में एक नजर फोटोग्राफर्स की क्लिक पर...
मांडव का है अपना मजा
भावना जायसवाल
बारिश के मौसम में मालवांचल का हर क्षेत्र विशेष आकर्षण रखता है। इस मौसम में फोटो शूट करने की सबसे अच्छी जगह ओंकारेश्वर, महेश्वर और मांडव है। इसके अलावा ओरछा और चंदेरी हर फोटोग्राफर के लिए विशेष महत्व रखता है। प्रकृति इस समय पूरे शबाब पर है। ऐसे में अगर कुछ लोग यह मानते हैं कि बारिश का मौसम फोटोग्राफी के लिए उपयुक्त नहीं है तो ये उनकी गलत सोच है, जबकि इस मौसम से अच्छी फोटोग्राफी किसी अन्य मौसम में हो ही नहीं सकती। हमारी धरोहरों को देखने के शौकीन लोगों को अपनी ये तमन्ना जरूर पूरी करना चाहिए क्योंकि हर चीज पानी में साफ हो जाने की वजह से बहुत खूबसूरत दिखाई देती है। वेसे फोटोग्राफी करने का सबसे अच्छा समय सुबह व शाम माना जाता है लेकिन जिस समय बारिश होना बंद हो जाती है और बादल बिल्कुल साफ नजर आते हैं, उससे अच्छा समय फोटोग्राफी के लिए नहीं हो सकता।
बरतें सावधानी
- अगर इस मौसम में आप घूमने जा रहे हैं तो जिस होटल में रुकना है, उसके बारे में पूरी जानकारी पहले से ही रखें।
- ये मौसम एडवेंचर के लिए बना है इसलिए घर में रहने के बजाय घूमने-फिरने का पूरा आनंद लें।
जंगलों के बीच फोटोग्राफी
हेमंत वायंगकर
बारिश में जंगल की हरियाली को अपने कैमरे में कैद करने का अपना ही मजा है। जब तेज बारिश हो तब घने जंगलों में जाना मुश्किल होता है लेकिन बारिश कम होते ही जंगलों में वन्य प्राणियों और हरे भरे पेड़ों की तस्वीरें लेना मुझे बेहद पसंद है। इस नजरिए से बांधवगढ़ और कान्हा जाना मैं पसंद करता हूं। भोपाल में बड़े तालाब के विभिन्न दृश्य और इसके आसपास के स्थानों जैसे भीमबैठका की तस्वीरें बहुत अच्छी आती हैं। मेरे लिए सूर्योदय के बाद का समय फोटोग्राफी के लिए उपयुक्त है। इस समय प्रकृति के प्राकृतिक रंग बिल्कुल साफ दिखाई देते हैं। कुछ ऐसी तस्वीरें सिर्फ इसी मौसम में ली जा सकती हैं जैसे पानी में भीग रहे लोग, तेज पानी के बीच छतरी का उल्टा हो जाना, भीगते हुए बच्चे, छपाक से पानी में कूदना या बूंदों को हाथ में संजो लेना आदि जिन्हें हर युवा फोटोग्राफर्स को अपने कैमरे मेें
कैद करना चाहिए।
बरतें सावधानी
- जब भी घूमने जाएं तो अपने साथ कैमरा जरूर लेकर जाएं ताकि यादों को कैमरे में कैद किया जा सके।
- सुरक्षित स्थान से फोटोग्राफी करें। सिर्फ घूमने-फिरने ही नहीं, बल्कि चारों दिशाओं में फैली हरी भरी वादियों के बीच फोटोग्राफी करने के लिए भी घर से बाहर निकलें।
आंगन में प्रकृति का आनंद
शिशिर दीक्षित
इन दिनों मैं घर के आंगन में विभिन्न प्राकृतिक दृश्यों की फोटोग्राफी कर रहा हूं। पंछियों द्वारा पेड़ों पर घोंसले बनाना, कीट पतंगे, बारिश में फूलों पर पानी की बूंदों का जमा हो जाना मेरे प्रिय विषय हैं। वैसे मुझे मध्यप्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों जैसे झाबुआ और ढिंढोरी में फोटोग्राफी करना पसंद है। बारिश का मजा लेने के लिए भोपालवासियों को कहीं और जाने की जरूरत ही नहीं है क्योंकि यहां की खूबसूरती का निखार बारिश में देखते ही बनता है। वन विहार, केरवा डैम के आसपास बने गांव, रातीबढ़ और नीलबढ़ की तस्वीरें बहुत अच्छी आती हैं।
बरतें सावधानी
- इन दिनों उत्तराखंड में आई विपदा की वजह से लोगों में बारिश को लेकर डर स्वाभाविक है। कई बार आप जहां जाते हैं वहां के स्थानीय निवासियों द्वारा दी गई जानकारी के बाद भी लोग उनका पालन नहीं करते और बाद में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है इसलिए अगर आपको कोई पहले से सचेत करे तो उसकी बात ध्यान से सुनें और उस पर अमल भी करें।
- फिसलने वाले जूते पहनने से बचें। अपने साथ दवाइयां ले जाना न भूलें।
कैमरा हाथ में रखना और इससे तस्वीरें खींचने का शौक तो सभी रखते हैं लेकिन हर मौसम को अपनी नजरों से देखना और प्रकृति के हर रंग की तस्वीरें कैमरे में कैद करने का हुनर सिर्फ फोटोग्राफर्स ही जानते हैं। बात अगर बारिश की हो तो इन फोटोग्राफर्स का कैमरे के प्रति जुनून देखते ही बनता है। हरी भरी वादियों और बारिश का मजा लेते नटखट बच्चों की तस्वीरें इनके कैमरे में तरह-तरह के एंगल से नजर आती हैं। शहर के फोटोग्राफर्स प्रकृति का मिजाज समझते हुए इसका भरपूर फायदा इन दिनों ले रहे हैं। सुहाने मौसम में एक नजर फोटोग्राफर्स की क्लिक पर...
मांडव का है अपना मजा
भावना जायसवाल
बारिश के मौसम में मालवांचल का हर क्षेत्र विशेष आकर्षण रखता है। इस मौसम में फोटो शूट करने की सबसे अच्छी जगह ओंकारेश्वर, महेश्वर और मांडव है। इसके अलावा ओरछा और चंदेरी हर फोटोग्राफर के लिए विशेष महत्व रखता है। प्रकृति इस समय पूरे शबाब पर है। ऐसे में अगर कुछ लोग यह मानते हैं कि बारिश का मौसम फोटोग्राफी के लिए उपयुक्त नहीं है तो ये उनकी गलत सोच है, जबकि इस मौसम से अच्छी फोटोग्राफी किसी अन्य मौसम में हो ही नहीं सकती। हमारी धरोहरों को देखने के शौकीन लोगों को अपनी ये तमन्ना जरूर पूरी करना चाहिए क्योंकि हर चीज पानी में साफ हो जाने की वजह से बहुत खूबसूरत दिखाई देती है। वेसे फोटोग्राफी करने का सबसे अच्छा समय सुबह व शाम माना जाता है लेकिन जिस समय बारिश होना बंद हो जाती है और बादल बिल्कुल साफ नजर आते हैं, उससे अच्छा समय फोटोग्राफी के लिए नहीं हो सकता।
बरतें सावधानी
- अगर इस मौसम में आप घूमने जा रहे हैं तो जिस होटल में रुकना है, उसके बारे में पूरी जानकारी पहले से ही रखें।
- ये मौसम एडवेंचर के लिए बना है इसलिए घर में रहने के बजाय घूमने-फिरने का पूरा आनंद लें।
जंगलों के बीच फोटोग्राफी
हेमंत वायंगकर
बारिश में जंगल की हरियाली को अपने कैमरे में कैद करने का अपना ही मजा है। जब तेज बारिश हो तब घने जंगलों में जाना मुश्किल होता है लेकिन बारिश कम होते ही जंगलों में वन्य प्राणियों और हरे भरे पेड़ों की तस्वीरें लेना मुझे बेहद पसंद है। इस नजरिए से बांधवगढ़ और कान्हा जाना मैं पसंद करता हूं। भोपाल में बड़े तालाब के विभिन्न दृश्य और इसके आसपास के स्थानों जैसे भीमबैठका की तस्वीरें बहुत अच्छी आती हैं। मेरे लिए सूर्योदय के बाद का समय फोटोग्राफी के लिए उपयुक्त है। इस समय प्रकृति के प्राकृतिक रंग बिल्कुल साफ दिखाई देते हैं। कुछ ऐसी तस्वीरें सिर्फ इसी मौसम में ली जा सकती हैं जैसे पानी में भीग रहे लोग, तेज पानी के बीच छतरी का उल्टा हो जाना, भीगते हुए बच्चे, छपाक से पानी में कूदना या बूंदों को हाथ में संजो लेना आदि जिन्हें हर युवा फोटोग्राफर्स को अपने कैमरे मेें
कैद करना चाहिए।
बरतें सावधानी
- जब भी घूमने जाएं तो अपने साथ कैमरा जरूर लेकर जाएं ताकि यादों को कैमरे में कैद किया जा सके।
- सुरक्षित स्थान से फोटोग्राफी करें। सिर्फ घूमने-फिरने ही नहीं, बल्कि चारों दिशाओं में फैली हरी भरी वादियों के बीच फोटोग्राफी करने के लिए भी घर से बाहर निकलें।
आंगन में प्रकृति का आनंद
शिशिर दीक्षित
इन दिनों मैं घर के आंगन में विभिन्न प्राकृतिक दृश्यों की फोटोग्राफी कर रहा हूं। पंछियों द्वारा पेड़ों पर घोंसले बनाना, कीट पतंगे, बारिश में फूलों पर पानी की बूंदों का जमा हो जाना मेरे प्रिय विषय हैं। वैसे मुझे मध्यप्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों जैसे झाबुआ और ढिंढोरी में फोटोग्राफी करना पसंद है। बारिश का मजा लेने के लिए भोपालवासियों को कहीं और जाने की जरूरत ही नहीं है क्योंकि यहां की खूबसूरती का निखार बारिश में देखते ही बनता है। वन विहार, केरवा डैम के आसपास बने गांव, रातीबढ़ और नीलबढ़ की तस्वीरें बहुत अच्छी आती हैं।
बरतें सावधानी
- इन दिनों उत्तराखंड में आई विपदा की वजह से लोगों में बारिश को लेकर डर स्वाभाविक है। कई बार आप जहां जाते हैं वहां के स्थानीय निवासियों द्वारा दी गई जानकारी के बाद भी लोग उनका पालन नहीं करते और बाद में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है इसलिए अगर आपको कोई पहले से सचेत करे तो उसकी बात ध्यान से सुनें और उस पर अमल भी करें।
- फिसलने वाले जूते पहनने से बचें। अपने साथ दवाइयां ले जाना न भूलें।