शनिवार, 13 जुलाई 2013

तस्वीरों में समाया मौसम मस्ताना 


कैमरा हाथ में रखना और इससे तस्वीरें खींचने का शौक तो सभी रखते हैं लेकिन हर मौसम को अपनी नजरों से देखना और प्रकृति के हर रंग की तस्वीरें कैमरे में कैद करने का हुनर सिर्फ फोटोग्राफर्स ही जानते हैं। बात अगर बारिश की हो तो इन फोटोग्राफर्स का कैमरे के प्रति जुनून देखते ही बनता है। हरी भरी वादियों और बारिश का मजा लेते नटखट बच्चों की तस्वीरें इनके कैमरे में तरह-तरह के एंगल से नजर आती हैं। शहर के फोटोग्राफर्स प्रकृति का मिजाज समझते हुए इसका भरपूर फायदा इन दिनों ले रहे हैं। सुहाने मौसम में एक नजर फोटोग्राफर्स की क्लिक पर...

मांडव का है अपना मजा
भावना जायसवाल
बारिश के मौसम में मालवांचल का हर क्षेत्र विशेष आकर्षण रखता है। इस मौसम में फोटो शूट करने की सबसे अच्छी जगह ओंकारेश्वर, महेश्वर और मांडव है। इसके अलावा ओरछा और चंदेरी हर फोटोग्राफर के लिए विशेष महत्व रखता है। प्रकृति इस समय पूरे शबाब पर है। ऐसे में अगर कुछ लोग यह मानते हैं कि बारिश का मौसम फोटोग्राफी के लिए उपयुक्त नहीं है तो ये उनकी गलत सोच है, जबकि इस मौसम से अच्छी फोटोग्राफी किसी अन्य मौसम में हो ही नहीं सकती। हमारी धरोहरों को देखने के शौकीन लोगों को अपनी ये तमन्ना जरूर पूरी करना चाहिए क्योंकि हर चीज पानी में साफ हो जाने की वजह से बहुत खूबसूरत दिखाई देती है। वेसे फोटोग्राफी करने का सबसे अच्छा समय सुबह व शाम माना जाता है लेकिन जिस समय बारिश होना बंद हो जाती है और बादल बिल्कुल साफ नजर आते हैं, उससे अच्छा समय फोटोग्राफी के लिए नहीं हो सकता।
बरतें सावधानी
- अगर इस मौसम में आप घूमने जा रहे हैं तो जिस होटल में रुकना है, उसके बारे में पूरी जानकारी पहले से ही रखें।
- ये मौसम एडवेंचर के लिए बना है इसलिए घर में रहने के बजाय घूमने-फिरने का पूरा आनंद लें।
जंगलों के बीच फोटोग्राफी
हेमंत वायंगकर
बारिश में जंगल की हरियाली को अपने कैमरे में कैद करने का अपना ही मजा है। जब तेज बारिश हो तब घने जंगलों में जाना मुश्किल होता है लेकिन बारिश कम होते ही जंगलों में वन्य प्राणियों और हरे भरे पेड़ों की तस्वीरें लेना मुझे बेहद पसंद है। इस नजरिए से बांधवगढ़ और कान्हा जाना मैं पसंद करता हूं। भोपाल में बड़े तालाब के विभिन्न दृश्य और इसके आसपास के स्थानों जैसे भीमबैठका की तस्वीरें बहुत अच्छी आती हैं। मेरे लिए सूर्योदय के बाद का समय फोटोग्राफी के लिए उपयुक्त है। इस समय प्रकृति के प्राकृतिक रंग बिल्कुल साफ दिखाई देते हैं। कुछ ऐसी तस्वीरें सिर्फ इसी मौसम में ली जा सकती हैं जैसे पानी में भीग रहे लोग, तेज पानी के बीच छतरी का उल्टा हो जाना, भीगते हुए बच्चे, छपाक से पानी में कूदना या बूंदों को हाथ में संजो लेना आदि जिन्हें हर युवा फोटोग्राफर्स को अपने कैमरे मेें
कैद करना चाहिए।
बरतें सावधानी
- जब भी घूमने जाएं तो अपने साथ कैमरा जरूर लेकर जाएं ताकि यादों को कैमरे में कैद किया जा सके।
- सुरक्षित स्थान से फोटोग्राफी करें। सिर्फ घूमने-फिरने ही नहीं, बल्कि चारों दिशाओं में फैली हरी भरी वादियों के बीच फोटोग्राफी करने के लिए भी घर से बाहर निकलें।
आंगन में प्रकृति का आनंद
शिशिर दीक्षित
इन दिनों मैं घर के आंगन में विभिन्न प्राकृतिक दृश्यों की फोटोग्राफी कर रहा हूं। पंछियों द्वारा पेड़ों पर घोंसले बनाना, कीट पतंगे, बारिश में फूलों पर पानी की बूंदों का जमा हो जाना मेरे प्रिय विषय हैं। वैसे मुझे मध्यप्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों जैसे झाबुआ और ढिंढोरी में फोटोग्राफी करना पसंद है। बारिश का मजा लेने के लिए भोपालवासियों को कहीं और जाने की जरूरत ही नहीं है क्योंकि यहां की खूबसूरती का निखार बारिश में देखते ही बनता है। वन विहार, केरवा डैम के आसपास बने गांव, रातीबढ़ और नीलबढ़ की तस्वीरें बहुत अच्छी आती हैं।
बरतें सावधानी
- इन दिनों उत्तराखंड में आई विपदा की वजह से लोगों में बारिश को लेकर डर स्वाभाविक है। कई बार आप जहां जाते हैं वहां के स्थानीय निवासियों द्वारा दी गई जानकारी के बाद भी लोग उनका पालन नहीं करते और बाद में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है इसलिए अगर आपको कोई पहले से सचेत करे तो उसकी बात ध्यान से सुनें और उस पर अमल भी करें।
- फिसलने वाले जूते पहनने से बचें। अपने साथ दवाइयां ले जाना न भूलें।
बेबी से पहले बेबीमून
ब्रिटेन के शाही परिवार का अगला वारिस दुनिया में कब आएगा, पिछले काफी वक्त से इसको लेकर कयास लगते रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि केट मिडलटन की डिलिवरी डेट तेरह जुलाई होगी। केट के मां बनने की खबर से लेकर बेबीमून के सफर तक की हर बात सुर्खियों में रही। इसी के साथ केट मिडलटन और प्रिंस विलियम का बेबीमून एक बार फिर गर्भावस्था के दौरान बेबीमून पर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। बेबी के जन्म से पहले बेबीमून का ट्रेंड न सिर्फ अमेरिका, बल्कि भारत में भी तेजी से बढ़ रहा है...

 इस वक्त केट और प्रिंस विलियम का बेबीमून चर्चा में है। बेबीमून सिर्फ शाही परिवारों तक ही सीमित नहीं रहा है, बल्कि अमेरिकन मीडिया हाउस द्वारा 2006 में किए गए सर्वे के अनुसार 59 प्रतिशत दंपति डिलीवरी से पहले बेबीमून का आनंद लेते हैं। बेबीमून की अवधारणा सिर्फ अमेरिका में ही नहीं, बल्कि भारत में भी है। इसे बढ़ावा देने के लिए हमारे देश के कई रिसोट्र्स और होटल्स विशेष ऑफर दे रहे हैं। बिजनेस वूमन पारुल ने केरल में बेबीमून का आनंद लिया। केरल की आयुर्वेदिक पद्धति और मसाज के बारे में पारुल को पहले से जानकारी थी। वहां की हरी भरी वादियों के बीच अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए उन्होंने मसाज सहित अन्य पद्धतियों का फायदा भी उठाया। मनोचिकित्सक डॉ. काकोली राय कहती हैं कि तेजी से प्रचलन में आया बेबीमून आपको सुकून की नींद सोने, एक दूसरे के साथ वक्त बिताने और प्यार भरे लम्हे जीने का भरपूर वक्त देता है। इसके फायदों को देखते हुए व्यस्त होने के बाद भी लोग बेबीमून पर जाना पसंद कर रहे हैं। जुलाई में केट मिडलटन की डिलीवरी से पहले इस शाही जोड़े ने वेस्टइंडीज के एक निजी आइसलैंड मस्टिक में बेबीमून मनाया। जिस भव्य विला में वे ठहरे थे उसका एक सप्ताह का किराया 30,000 डॉलर था। यहां उनकी निजता का पूरा ख्याल रखा गया। इस स्थान तक पहुंचने के लिए केट ने आठ घंटे की हवाई यात्रा की। समाजसेविका और टीवी एक्ट्रेस किम कारदाशियान ने बच्चे के जन्म से पहले रियो डि जेनेरियो में अपने प्रेमी केन्ये वेस्ट के साथ बेबीमून का मजा लिया। इस बारे में किम ने अपने ब्लॉग में लिखा
मुझे यह सुनकर दुख हो रहा है कि बच्चे के जन्म के बाद मैं कुछ समय तक उसके साथ यात्रा नहीं कर सकूंगी। गर्भावस्था में भी फैशन आइकन के रूप में प्रसिद्ध किम ने पांच इंच ऊंची हाई हील बेबीमून में भी पहनी। प्यार में डूबी इस जोड़ी का बेबीमून भी सुख्रियों में रहा जो ब्राजील की खूबसूरत वादियों में वक्त बिताने के बाद नाइजीरिया चला गया। गौरतलब है कि
पिछले महीने किम ने बेबी गर्ल को जन्म दिया। टीवी अभिनेत्री सांई और उनके पति शक्ति आनंद ने दो साल पहले बेबीमून की योजना अपने चंद दोस्तों के साथ बनाई। शक्ति इस बारे में कहते हैं  हमारी शादी को छह साल हो गए। अब वह समय आ गया है जब हमें परिवार को आगे बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए। उनके घर बच्चे का जन्म अगस्त में हुआ और इससे पहले ही सांई ने बेबीमून पर जाने की योजना बनाई। सांई के अनुसार बच्चे के जन्म के बाद कुछ सालों तक घूमना-फिरना मुश्किल रहेगा इसलिए उनके आने से पहले का समय कुछ खास होना चाहिए। सांई और शक्ति दोनों चाहते हैं कि उनके बच्चे का नाम संस्कृत के किसी शब्द से लिया जाए और इसीलिए दोनों ने संस्कृत की कई किताबें पढ़ डाली। अक्टूबर 2012 में विवेक ओबेराय अपनी पत्नी प्रियंका के साथ स्विट्जरलैंड बेबीमून के लिए गए थे। विवेक कहते हैं कि मेरी पत्नी और बहन दोनों की डिलीवरी एक ही महीने में होना है इसलिए मैं चाहता हूं कि अपने इस टूर में दोनों के लिए शॉपिंग करूं लेकिन घूमने-फिरने से ज्यादा ध्यान मुझे प्रियंका की खुशियों का भी रखना होगा ताकि गर्भावस्था में वह खुश रहे और एक स्वस्थ संतान को जन्म दे। गौरतलब है कि पिछले साल प्रियंका ने बेटे को जन्म दिया था।
बॉक्स में
-गर्भवस्था में सातवें महीने से पहले बेबीमून पर जाएं।
-सफर के दौरान भारी सामान उठाने से बचें।
-तैराकी करने और पहाड़ों पर चढऩे से बचें।
-अपने होटल या रेस्टोरेंट के पास स्थित अस्पताल की जानकारी अवश्य रखें।
कहां से आया बेबीमून
इस शब्द का उपयोग 1996 में सबसे पहले गर्भावस्था पर लेख लिखने वाली लेखिका शेला किटजिंगर ने किया था। यद्यपि उन्होंने बेबीमून को बच्चे के जन्म से पहले अभिभावकों को शांत और सुकून भरे पल साथ में बिताने के लिए प्रयुक्त किया था जिसे कुछ सालों बाद एक दूसरे के साथ घूमने फिरने के लिए इस्तेमाल किया जाने लगा।
जब जाएं बेबीमून पर
-किसी स्पा में प्रेग्रेंसी मसाज करवाएं।
-समुद्र के किनारे वक्त गुजारें।
-खाने के दौरान पौष्टिकता का ध्यान रखें।
-प्रकृति के बीच पिकनिक की योजना बनाएं।
-बेबीमून पैकेज के बारे में पूरी जानकारी रखें और बजट के अनुरूप स्थान का चुनाव करें।